सुबह टहलते हुए जब मेरी मुलाक़ात इन नन्हीं हल्दिया खुशियों से हुई तब उन्हें देख मन झूम उठा और लिख़ दीं कागज़ पर कुछ पंक्तियाँ……
इक सुबह टहलते हुए इन फूलों नें मुझे पुकारा झुककर नीचे माथा चूमें प्यार से मुझे सवारा दुलार उनका मेरे ख़ातिर सहर खुशियों की लाया मन का सूना आँगन तब नयी उमंगोंको भाया उनकी अंदाज-इ-गुफ़्तगू खिलखिलाते नए रंग लायी वाकया पुराने बुझकर लिखी गई रुबाई मीठे दिलचस्प ताल्लुक़ात गुल से मेरे जो बने इक प्यारे हमसफ़र के ख़्वाब मासूमसे चुनें इन पंक्तियों के साथ इक प्यारा सा गाना भी सुनिए। https://youtu.be/1qMispn3CH8
नन्ही हलदीया खुशिया, बेहतरीन ब्लॉग
खूबसूरत पंक्तिया, ऐसे लगता है की आपका फुलो के साथ कोई रिश्ता है.🙏
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धन्यवाद देशपांडे जी , मुझे फ़ूल हमेशाहि बहुत पसंद रहे हैं |
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“इक सुबह टहलते हुए…. इन फूलों नें मुझे पुकारा ”
व्वा ! सुंदर… क्षमा.
मला हिंदी फार काही कळत नाही, पण कवितेचा अर्थ खूप छान आहे आणि शब्दांवरून आणि अक्षरावरून उर्दू आहे असं वाटतं..
पिवळ्या फुलांचा फोटो, मधुकोष मधील भिंती जवळच्या झाडांचा असावा.
नूतनच्या सर्वच सिनेमातली गाणी अतिशय गोड आहेत त्यातील तू टाकलेलं सरस्वतीचंद्र मधील
” फुल तुम्हे भेजा है खत मे…”
गाण्याची निवड छान आहे.
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धन्यवाद बगवाड़कर काका हो…..ही फुले मधुकोष मधीलच आहेत , तुमच्या सुंदर अभिप्रायाबद्दल खूप खूप धन्यवाद। …..
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क्षमा,बहोत सुंदर कविता और फोटोग्राफी
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धन्यवाद आई
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क्या बात है सौ. क्षमा इन पंक्तियो को मैने दो बार पढा।मेरे घरके एन्ट्री गेट स्थित यह पौधा खिला हुआ है। आपकी काव्यरचना फोटोग्राफी तथा विडिओ (गाना) सराहनिय तथा अभिनंदनीय।
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धन्यवाद श्रीकांत काका यह जानकर बहुत अच्छा लगा की यह पेड़ आपके बगीचे में भी है
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फुले तुझी कविता आणि गाणे खूप छान
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धन्यवाद बाबा
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Nice. Which flowers are these?
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Thanks Aniruddha sir…..These flowers are called Tecoma stans…..It is a perennial shrub in trumpet vine family, Bignoniaceae. Common names include yellow trumpetbush, yellow bells, yellow elder, ginger-thomas.
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You should have taken a macro. The beauty of these flowers is lost when you take a pic like this
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Thanks for the suggestion sir.
Next time I will focus on flowers ..
This time I wanted to capture the overall atmosphere…
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आज खूप दिवसांनी कविता वाचली, खूपच छान आणि फोटो पण सुंदर, हिरव्या पानातील पिवळी फुले खूपच छान दिसतात
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Thanks a bunch Seemantini kaku….Glad you liked it….
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छायाचित्र, कविता अणि त्याला साजेसे गाणे , सर्वच सुंदर.
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Thanks Jayant kaka….Glad you liked it….
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Wonderful poem, Kshama… beautifully worded. These flowers seemingly nestled in a concrete jungle aptly reminds us that joy and happiness can be found anywhere if one is keen to find them, especially in our busy day to day routine… keep up the good work, as always.
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Indeed…. Thanks a bunch Prassana da….. Glad you liked it…..
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